Tantrik Devi Curse & Vastu Dosh

यह अविश्वसनीय सत्य घटना [गुजरात] अहमदाबाद के अरबपति की है, राजा जैसा सुंदर जीवन वास्तु-दोष के कारण नरक में बदल गया था। वो भी प्रॉपर्टी खरीदने के केवल कुछ महीने के भीतर सर्वनाश हो गया था। माँ बगलामुखी की दया का चमत्कार हमेशा आपको जीवन में आश्चर्यों से रूबरू करता रहता है। समस्याएं जितनी बड़ी होंगी, उतनी ही जादूई उपस्थिती का माँ बगलामुखी एहसास दिलाती रहती हैं। घटनाक्रम को शुरू से  समझते हैं:

वास्तु- दोष युक्त स्वर्ग जैसी सुविधा संपन्न बंगले का निर्माण

अहमदाबाद के एक प्रख्यात एक्सपोर्टर,जिनके दो बच्चे थे। लड़की की अमेरिका के एक बड़े सॉफ्टवेयर कंपनी के फाउंडर से शादी कर दी थी। लड़का 16 वर्ष का था, जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहा था।उन्होंने पॉश एरिया में एक बड़ी सी जमीन खरीदकर उस पर बँग्ला बनाया।जिसका मुख्य द्वार साउथ- वेस्ट [नैऋत्य] में रखा। साउथ-ईस्ट [आग्नेय-कोण] में विशालकाय इम्पोर्टेड जगुजी बाथ फिटिंग 16 लोग एक साथ यूज़ कर सकें। सिंगल पर्सन लिफ्ट सेंटर [ब्रह्म] में, जो ड्राइंगरूम में 7″ फ़ीट पर खाली समय में रूक जाती थी।

सभी डोर आटोमेटिक थे, जो कोड और साउंड से खुलते थे। सारा ग्लास वर्क बेल्जियम से काँच आयात कर किया गया था।मार्वल पूरे बंगले का इटली से इम्पोर्ट हुआ था। स्विमिंग पूल का निर्माण अमेरिकन इंजीनियरिंग कंपनी ने इम्पोर्टेड मेटेरियल से किया था। ओरिजिनल क्रिस्टल के झूमर पूरे एक लाख डॉलर के थे। कारपेट से लेकर वुडेन वर्क भी दुनियाँ की लक्जीरियस कंपनी के थे। वॉइस कॉल पर हर सुविधा [मतलब हर सुविधा] सभी तरह की महँगी कारें, ऐशो आराम के संसाधन उपलब्ध थे। 

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में बुरा वक्त

साथ ही फॉर्म हाउस के लिए भी सस्ती जमीन रोड-साइड ले ली।कोने में स्थित एक मंदिर की जमीन का विवाद उससे जुड़ा था। जो ये खाली कराने में लग गये, और वहां के गुंडों व कुछ लोगों को तैयार कर लिया । उधर बंगले में ये गृह- प्रवेश कर गए। अब जिंदगी का बुरा वक्त शुरू हो चुका था।

इनका एक बड़ा ऑयल शिप शिपमेंट सहित यूरोपीय यूनियन जब्त कर, कुछ रेडिओधर्मी तत्त्व के साथ पकड़ लिया। इसके साथ ही इनकी सारी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। सारे खाते सीज कर दिए गए। आर्थिक प्रतिबन्ध के साथ ट्रेवल- बैन भी कर दिया गया। पूरा बिज़नेस चौपट हो गया।

परिवार का बुरा वक्त

लड़का हेल्प करने घर वापस आ गया, जिसका अपने पिता से ही विवाद शुरू हो गया। क्योकि इस बीच बिज़नेस बचाने को कुछ ताकतवर लोगों की अप्रोच से, काम निकलने के चक्कर में गलत संगति में फंस गए थे ।

लड़के ने पिता लिए कुछ तांत्रिकों की मदद ली। धीरे- धीरे वह खुद भी तंत्र- क्रिया करने लगा। वह विद्रूप वेश में रहने लगा। नशा करने व ड्रग्स लेने से वह विवेक खो चुका था। इसी बीच एक लड़की ने उसकी नाबालिक विदेशी गर्ल फ्रेंड ने रेप केस कर दिया। लड़की के ससुराल वाले इंटरनेशनल प्रेशर के कारण लड़की को वापस भेजकर डिवोर्स केस फाइल कर दिया। राजा की तरह जीवन जीने वाले अरबपति आयातक डिप्रेशन में एक दिन कोमा में आकर बिस्तर पर आ गये। माँ- बेटी असहाय हो गईं, सभी तरह के दुःख सामने आ गए ,और सारे मित्र- रिश्तेदार व मददगार दूर हो गए।

तांत्रिक देवी माँ का श्राप और वास्तु-दोष

ऐसी स्थिति में एक दिन लड़की को पिता के मित्र ने, जिनके पास नया मकान गिरवी पड़ा था, उन्होंने माँ बगलामुखी की पूजा की विधि समझायी [(जो वेबसाइट के होम पेज पर भी है ) अति चमत्कारिक सरल, आडंबर रहित व सुविधाजनक भी है] । माँ- बेटी ने माँ बगलामुखी व्रत- नित्य आरती व पूजन आरम्भ कर दिया। कुछ दिनों में पिता जी का स्वास्थ्य आश्चर्यजनक रूप से सुधरने लगा। हमसे भी फ़ोन पर वास्तु आदि समस्या के संबंध में वार्तालाप हुआ।

वहाँ पहुँच-कर उनके पुराने आवास पर रुक कर (नया आवास गिरवी था, और जिसके पास था , वह भी बहुत घाटा बिज़नेस में उठा रहे थे। माँ बगलामुखी की दया से वह भी सम्भले थे )सारा वास्तु चेक किया, और वास्तु- ट्रीटमेंट और जिओ- पैथिक ट्रीटमेंट परामर्श भी दिया। साथ ही उनको हमने चेक करके बताया, कि किसी तांत्रिक देवी माँ का श्राप है, जिन को बलि भी चढ़ाई जाती है।

पता करने पर दूसरे दिन पता चला, कि 200 वर्षों से लोकल लोग उन्हें यही जानवर बलि सहित यहीं पूजते हैं। अब हमने उनसे वह स्थान, जो यह हटाना चाहते थे।उनकी शांति-पूजा , हमेशा के लिए देवीस्थान की जगह लिखित मंदिर समिति बनाकर दान देने का संकल्प माँ- बेटी व पिता से (बिस्तर पर ही) कराया।

अच्छे दिनों की शुरुआत

चालीस दिनों के भीतर वह स्वस्थ हो गए , मुझे पुनः पूर्ण वास्तु अनुरूप परिवर्तन के लिए आमंत्रित किया। जिसमें उनके मित्र का भी ज्यादा जोर रहा। मुख्य द्वार वास्तु परिवर्तन सहित, सभी जिओ- पैथिक रिवर्सल ट्रीटमेंट किये गए। देवी स्थान को उनके मित्र ने भव्य रूप देने की शुरुआत कर थी। हमने तत्संबंधित पूजा- पाठ करा लिए। उनके दूसरे प्रोजेक्ट व प्लांट का भी वास्तु ट्रीटमेंट माँ बगलामुखी को पूजित किया।

माँ बगलामुखी की पूजा का प्रभाव

द्वितीय उपचार के कुछ ही हफ़्तों बाद माँ बगलामुखी की कृपा से, इंटरनेशनल एजेंसीज की जांच में जहाज के एक सीनियर इंजीनियर, जो नए नाम, नयी नागरिकता एवं नयी धार्मिक पहचान के साथ काम कर रहा था। उसका सच व पुराने केस में आतंकी कनेक्शन सामने आया। उसको व उसके नेटवर्क को पकड़कर तबाह करने के बाद सारे प्रतिबंध हटा लिए।माँ बगलामुखी की दया से इन्हे इंटरनेशनल एजेंसियों ने क्षतिपूर्ति सहित बिज़नेस ज़माने में मदद की।

माँ बगलामुखी दया से लड़की ससुराल वालों ने माफ़ी माँगकर अपनी बहू को विदा करा लिया। लड़की ने भी इतने दिनों में सभी क्लोज लोगों का नकाब उतरता देख लिया था। हम माँ बगलामुखी का निर्णय मानकर खुद को कृतार्थ माना।

स्वर्ण युग

उधर लड़के की गर्ल फ्रेंड ने भी झूठा केस वापस ले लिया, क्योकि उसे इस बीच लड़के के साथ घटी सारी घटना व मानसिक स्थिति पता चल गई थी। उसे अच्छा जीवनसाथी भी मिल गया था। लड़का भी इस बीच जेल से निकल आया। यूरोप में जेल में रहने के दौरान माँ बगलामुखी की दया से बुद्धि भी ठीक हो गई। लौट कर घर का माहौल भी अच्छा मिला। लड़का भी पिता व उनके मित्र के साथ बिज़नेस में हाथ बटाने लगा।

एक सुशिक्षित, खूबसूरत, संभ्रांत लड़की इनके घर बहू बनकर आ गई है। ऑयल रिज़र्व के द्वारा बिज़नेस पहले से बहुत ज्यादा प्रॉफिट में चलने लगा, जब पेट्रो-ऑयल के दाम बहुत घटे और बढ़े। साथ ही अपने ड्रीम बंगलो में भी लड़के की शादी के समय शिफ्ट हो गए। माँ बगलामुखी की दया से जैसे इनके अच्छे दिन आये, वैसे हमारे भी दिन अच्छे दिन आएंगे ।

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